राजधानी में प्रदूषण फैलाने वालों की अब खैर नहीं, आज से शुरू हुआ जांच अभियान
राजधानी देहरादून व आसपास के इलाकों में प्रदूषण फैला रहे वाहनों चालकों की अब खैर नहीं होगी। परिवहन विभाग की ओर से सोमवार से बडे़ स्तर पर जांच अभियान शुरू कर दिया गया है। 
 

राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के निर्देश पर वायु प्रदूषण नियंत्रण को गठित मॉनीटरिंग कमेटी की पहल पर परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा गाड़ियों की जांच की जा रही है। अभियान चलाने को लेकर एआरटीओ प्रवर्तन अरविंद पांडे की अगुवाई में अफसरों की सात सदस्यीय टीम भी गठित थी। 

एआरटीओ (प्रवर्तन) अरविंद पांडे ने बताया कि अभियान की शुरुआत सुबह सात बजे से की गई। इस दौरान गाड़ियों के प्रदूषण जांच के साथ ही ओवरलोडिंग, ओवरस्पीड, फिटनेस, परमिट, ड्राइविंग लाइसेंस की भी जांच की गई है।

अभियान के दौरान प्रदूषण जांच पर खास फोकस रहा। जिन गाड़ियों के प्रदूषण निर्धारित मानकों से अधिक पाए गए, उन गाड़ियों पर तत्काल मौके पर ही नियमों के तहत भारी जुर्माना लगाया गया।


 



केंद्र सरकार की ओर से नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद पांच माह पहले परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा गाड़ियों के प्रदूषण जांच को लेकर बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया था इस दौरान हजारों हजारों गाड़ियों का चालन करने के साथ ही बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई थी।

गाड़ियों के प्रदूषण जांच कराने को लेकर जबरदस्त मारामारी मची थी। आलम यह रहा कि गाड़ियों की प्रदूषण जांच कराने को लेकर जांच केंद्रों पर लंबी लाइनें लगी रहीं। गाड़ियों के प्रदूषण की जांच जल्द की जा सके, इसके लिए परिवहन विभाग की ओर से शहर में 100 से अधिक जांच केंद्र खोले गए थे।

ये किए गए विशेष जांच अभियान में शामिल
आरटीओ डीसी पठोई की ओर से जारी किए गए आदेश में एआरटीओ (प्रवर्तन) अरविंद पांडे, मुख्यालय में तैनात एआरटीओ रश्मि पंत, परिवहन कर अधिकारी पंकज श्रीवास्तव, रत्नाकर सिंह, महिपाल सिंह, प्रज्ञा पंत व अनुराधा पंत को विशेष जांच अभियान में शामिल किया गया है।